राशन कार्ड भारतीय परिवारों के लिए सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि जीवनरेखा है। जब परिवार में कोई नया सदस्य आता है – चाहे नवजात शिशु हो, नई बहू हो या कोई अन्य सदस्य – तो राशन कार्ड में नाम जोड़ना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए समझते हैं कैसे आप यह काम आसानी से कर सकते हैं।
क्यों जरूरी है राशन कार्ड में नाम जोड़ना?
सरकारी सब्सिडी वाले राशन का लाभ लेने के लिए परिवार के हर सदस्य का नाम राशन कार्ड में होना चाहिए। बिना नाम के आपको पूरा कोटा नहीं मिल पाएगा। साथ ही, यह एक वैध पहचान पत्र के रूप में भी काम आता है।
नाम जोड़ने के लिए जरूरी कागजात
इस प्रक्रिया के लिए आपको निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
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नए सदस्य का आधार कार्ड (अगर 5 साल से बड़ा है)
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मूल राशन कार्ड
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पते का प्रमाण (बिजली बिल/पानी बिल)
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संबंध प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र/शादी का प्रमाण पत्र)
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पासपोर्ट साइज फोटो (2 कॉपी)
ऑनलाइन आवेदन की स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया
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सबसे पहले अपने राज्य के खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। हर राज्य की अलग वेबसाइट होती है।
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‘राशन कार्ड सुधार’ या ‘सदस्य जोड़ें’ के विकल्प पर क्लिक करें। यह अलग-अलग राज्यों में अलग नाम से हो सकता है।
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फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी सही-सही भरें। नाम, आयु, संबंध जैसी डिटेल्स डबल चेक कर लें।
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स्कैन किए गए दस्तावेज अपलोड करें। ध्यान रखें कि सभी फाइल्स साफ और पढ़ने योग्य हों।
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आवेदन शुल्क का भुगतान करें (अगर लागू हो)। अधिकांश राज्यों में यह 20-50 रुपये के बीच होता है।
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आवेदन संख्या नोट कर लें। इससे आप बाद में अपने आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन कैसे करें?
अगर आपको ऑनलाइन प्रक्रिया समझने में दिक्कत हो रही है, तो आप नजदीकी राशन कार्यालय या तहसील कार्यालय जा सकते हैं। वहां से फॉर्म लेकर भरें और जरूरी दस्तावेजों के साथ जमा कर दें। कुछ राज्यों में आप ग्राम पंचायत या नगर निगम कार्यालय से भी यह काम करवा सकते हैं।
आवेदन के बाद क्या करें?
आवेदन जमा करने के बाद आपको एक रसीद मिलेगी। इसे सुरक्षित रखें। अगले 15-20 दिनों में आपके आवेदन पर कार्रवाई होगी। आप चाहें तो:
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हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर स्थिति जान सकते हैं
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ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन संख्या डालकर स्टेटस चेक कर सकते हैं
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सीधे कार्यालय जाकर भी पूछताछ कर सकते हैं
कितना समय लगता है नाम जोड़ने में?
सामान्य परिस्थितियों में यह प्रक्रिया 15 से 30 दिनों में पूरी हो जाती है। कुछ राज्यों जैसे तमिलनाडु, गुजरात में यह जल्दी भी हो सकता है। वहीं बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में थोड़ा अधिक समय लग सकता है।
क्या करें अगर आवेदन रिजेक्ट हो जाए?
अगर आपका आवेदन किसी कारणवश रिजेक्ट हो जाता है तो:
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रिजेक्शन का कारण जानें
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कमी को दूर करें
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दोबारा आवेदन करें
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अगर समस्या बनी रहे तो उच्च अधिकारी से संपर्क करें