नई कार खरीदने का सपना देख रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। आज के समय में कार केवल लग्जरी आइटम नहीं रह गई है बल्कि यह जीवन की एक आवश्यकता बन चुकी है। हालांकि, एक बड़ी आबादी के लिए एकमुश्त पैसे देकर कार खरीदना संभव नहीं होता। ऐसे में कार लोन एक बेहतरीन विकल्प के रूप में सामने आता है। लेकिन कार लोन लेने से पहले ब्याज दरों, EMI और अन्य शर्तों को समझना बेहद जरूरी है।
भारत के प्रमुख बैंक वर्तमान में कार लोन पर किस ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं, यह जानना आपके लिए फायदेमंद होगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) इस समय 9.10% सालाना ब्याज दर पर कार लोन दे रहा है। ICICI बैंक की ब्याज दर 9.15% प्रतिवर्ष है जबकि केनरा बैंक 8.70% की दर से कार लोन उपलब्ध करा रहा है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) 8.35% की आकर्षक दर पर लोन दे रहा है। सबसे कम ब्याज दर की बात करें तो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया मात्र 7.90% से शुरू होने वाली दरों पर कार लोन प्रदान कर रहा है।
कार लोन की अवधि (टेन्योर) और EMI के बीच का संबंध समझना बेहद महत्वपूर्ण है। सामान्य तौर पर, लोन अवधि जितनी कम होगी, आपकी मासिक किस्त (EMI) उतनी ही अधिक होगी। विशेषज्ञों की सलाह है कि जहां तक संभव हो, कम अवधि के लिए ही लोन लेना चाहिए। कार लोन आमतौर पर अधिकतम 8 वर्ष की अवधि के लिए दिया जाता है, लेकिन लंबी अवधि के लोन पर ब्याज की दर छोटी अवधि के लोन की तुलना में 0.50% तक अधिक हो सकती है।
ब्याज दर और लोन अवधि का आपकी कुल चुकौती पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसे एक उदाहरण से समझते हैं। यदि आप 9% ब्याज दर पर 8 वर्ष के लिए 10 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आपकी मासिक EMI 14,650 रुपये होगी। 8 वर्षों में आप कुल 14.06 लाख रुपये चुकाएंगे, जिसमें 4.06 लाख रुपये केवल ब्याज के रूप में होंगे। वहीं, यदि आप 5 वर्ष की अवधि के लिए समान ब्याज दर और लोन राशि लेते हैं, तो आपकी EMI 20,758 रुपये होगी और आप कुल 12.45 लाख रुपये चुकाएंगे (2.45 लाख रुपये ब्याज के रूप में)। 3 वर्ष के लोन की स्थिति में EMI 31,800 रुपये होगी और कुल चुकौती 11.44 लाख रुपये (1.44 लाख रुपये ब्याज) होगी।
कार लोन लेते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, जितना संभव हो उतना अधिक डाउन पेमेंट करने का प्रयास करें। अधिक डाउन पेमेंट से लोन राशि कम होगी और साथ ही आपकी EMI भी कम हो जाएगी। दूसरा, प्री-क्लोजर पेनल्टी के बारे में जानकारी लेना न भूलें। प्री-क्लोजर का अर्थ है लोन अवधि समाप्त होने से पहले ही पूरी लोन राशि चुका देना। अलग-अलग बैंकों की प्री-क्लोजर पेनल्टी अलग-अलग होती है, इसलिए उन बैंकों को प्राथमिकता दें जो कम या कोई पेनल्टी नहीं लेते।
प्रोसेसिंग फीस भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। कुछ बैंक कम ब्याज दर का प्रलोभन देकर अधिक प्रोसेसिंग फीस वसूलते हैं। लोन लेने से पहले प्रोसेसिंग फीस के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। त्योहारी सीजन के दौरान कई बैंक विशेष ऑफर देते हैं जैसे प्रोसेसिंग फीस में छूट, प्री-क्लोजर पेनल्टी में राहत, 100% फंडिंग (कार की पूरी कीमत तक लोन), कम या शून्य ब्याज दर और विशेष गिफ्ट वाउचर आदि। इन ऑफर्स का लाभ उठाना बुद्धिमानी होगी।
अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने का प्रयास करें क्योंकि एक अच्छा क्रेडिट स्कोर (आमतौर पर 750+) आपको कम ब्याज दर पर लोन दिलवाने में मदद करेगा। ऑनलाइन लोन कैलकुलेटर का उपयोग कर विभिन्न लोन विकल्पों की तुलना करें। लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें और सभी शर्तों को अच्छी तरह समझें। सबसे महत्वपूर्ण बात, समय पर EMI का भुगतान करें ताकि आपको किसी भी तरह का जुर्माना न देना पड़े और आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा बना रहे।
कार लोन एक बड़ा वित्तीय दायित्व है, इसलिए इसे लेने से पहले अपनी आय, व्यय और भविष्य की वित्तीय योजनाओं को ध्यान में रखकर ही निर्णय लें। सही बैंक और सही लोन टर्म का चयन करके आप न केवल अपने सपनों की कार खरीद पाएंगे बल्कि लंबे समय में ब्याज के रूप में अतिरिक्त राशि भी बचा पाएंगे।