प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक ऐतिहासिक योजना शुरू की है। लखपति दीदी योजना के तहत अब महिलाएं 5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज का लोन प्राप्त कर सकती हैं। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की गरीब महिलाओं को अपना रोजगार शुरू करने में मदद करने के लिए बनाई गई है। सरकार का लक्ष्य है कि देश की 3 करोड़ महिलाओं को इस योजना से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाए।
5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज का लोन
लखपति दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत महिलाओं को न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी बल्कि उन्हें व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है जो महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद करेगी। सरकार का मानना है कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होंगी तो पूरा परिवार समृद्ध होगा।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। आवेदक महिला की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और उसके परिवार की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। महिला को किसी स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ना अनिवार्य है क्योंकि यह योजना स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ही लागू की जा रही है। यह व्यवस्था महिलाओं को सामूहिक रूप से मजबूत बनाने और उनके बीच सहयोग की भावना विकसित करने के लिए की गई है।
लखपति दीदी योजना के तहत लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया बेहद सरल और पारदर्शी है। सबसे पहले महिला को अपने क्षेत्र के किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा। समूह में शामिल होने के बाद उसे अपना व्यवसाय योजना (बिजनेस प्लान) तैयार करना होगा। इस बिजनेस प्लान में उस व्यवसाय का विवरण होना चाहिए जो महिला शुरू करना चाहती है, उसके लिए आवश्यक राशि और व्यवसाय से होने वाले संभावित लाभ के बारे में जानकारी शामिल होनी चाहिए। यह बिजनेस प्लान स्वयं सहायता समूह द्वारा संबंधित सरकारी विभाग को भेजा जाएगा जहां अधिकारी इसकी समीक्षा करेंगे।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर शामिल हैं। इसके अलावा स्वयं सहायता समूह की सदस्यता का प्रमाण पत्र भी जमा करना होगा। सभी दस्तावेजों की जांच होने के बाद और बिजनेस प्लान के स्वीकृत हो जाने पर महिला को 1 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज का लोन मिल जाएगा। यह राशि सीधे महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें लोन पर कोई ब्याज नहीं लगेगा। साथ ही महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण में महिलाओं को बाजार की जानकारी, उत्पादन तकनीक, गुणवत्ता नियंत्रण और वित्तीय प्रबंधन जैसे विषयों पर जानकारी दी जाएगी। इससे महिलाएं न केवल व्यवसाय शुरू कर पाएंगी बल्कि उसे सफलतापूर्वक चला भी पाएंगी।
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाएं विभिन्न प्रकार के छोटे व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। इसमें हस्तशिल्प, सिलाई-कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन, मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, छोटी दुकानें चलाना जैसे कई व्यवसाय शामिल हैं। महिलाएं अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार कोई भी व्यवसाय चुन सकती हैं। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हों और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में सक्षम बनें।
यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने में भी मदद करती है। जब महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होती हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और परिवार तथा समाज में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। लखपति दीदी योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है जो देश की आर्थिक प्रगति में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देगा।